Answer :
भारतीय संस्कृति में शब्दों का अपना एक विशेष महत्व है। 'धनहीन' व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को दर्शाता है, जबकि 'सिरदर्द' एक आम शारीरिक पीड़ा है। 'महात्मा' एक आदरणीय व्यक्ति के लिए प्रयोग किया जाता है, और 'मुँह-हाथ' दैनिक स्वच्छता की क्रिया को इंगित करता है। 'प्राणप्रिय' और 'लपुरुष' भावनात्मक स्थितियों को व्यक्त करते हैं। 'भारतवासी' उन लोगों को संबोधित करता है जो भारत में रहते हैं, 'ठंडा-गरम' विपरीत स्थितियों को दर्शाता है, 'घनश्याम' और 'पीतांबर' पौराणिक पात्रों से जुड़े हैं, और 'तिरंगा' भारत के राष्ट्रीय ध्वज का प्रतीक है।