2) नीचे दिए गए सम्वचार की पढ़िए। इसको पढ़कर जो विचार आपके मन में आते हैं, उन्नी किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र के रूप में अपने शब्दों में लिखिए। ईमानदारी की मिसाल बीते शुक्रवार को बाईस वर्षीय शेख लतीफ अली अपने खाते में मौजूद कुल पाँच सी में से दो सौ रुपए निकालने स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के एक एन्टीनाम पर गया। पैसे निकालने के क्रम में मशीन के किनारे का एक दरवाजा खुल गया और उसमें से सारे नोट बाहर गिर गए। वहाँ न कोई सुरक्षा गार्ड तैनात था न ही सी सी टीवी कैमरा लगा था। यानी चुपचाप सुरक्षित तरीके से देर सारी रकम ले जाने के लिए लतीफ के सामने पूरा मौका था, लेकिन उसके भीतर पल भर के लिए भी ऐसा खयाल नहीं आया और उसने चाहर खड़े अपने साथियों से सुरक्षा गार्ड को खोजने के लिए कहा। गार्ड के न मिलने पर पुलिस को फोन करके सारी स्थिति बताई।​

Answer :

सम्माननीय संपादक महोदय/महोदया,

मैं आपके प्रतिष्ठित समाचार पत्र का नियमित पाठक हूँ। मैं बीते शुक्रवार को प्रकाशित 22 वर्षीय शेख लतीफ अली की ईमानदारी की कहानी से अत्यंत प्रेरित हुआ हूँ।

यह घटना न केवल लतीफ की ईमानदारी का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि हमारे युवाओं में नैतिक मूल्यों की भावना अभी भी बची हुई है। लतीफ की ईमानदारी ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है और मुझे विश्वास है कि यह घटना समाज के अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

आज के भौतिकवादी युग में, जहाँ लोग अक्सर स्वार्थ और लालच से प्रेरित होते हैं, लतीफ का यह कार्य अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने आसानी से पैसे लेकर चले जा सकते थे, लेकिन उन्होंने ईमानदारी का मार्ग चुना।

लतीफ की ईमानदारी न केवल उनके परिवार के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणादायी है।

मैं आपके माध्यम से लतीफ को उनकी ईमानदारी के लिए बधाई देना चाहता हूँ और साथ ही साथ आशा करता हूँ कि ऐसे ईमानदार और नैतिक मूल्यों वाले युवा हमारे समाज में बढ़ते रहेंगे।

भवदीय,

{आपका नाम}

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धन्यवाद।

Explanation:

सम्माननीय संपादक महोदय/महोदया,

मैं आपके प्रतिष्ठित समाचार पत्र का नियमित पाठक हूँ। मैं बीते शुक्रवार को प्रकाशित 22 वर्षीय शेख लतीफ अली की ईमानदारी की कहानी से अत्यंत प्रेरित हुआ हूँ।

यह घटना न केवल लतीफ की ईमानदारी का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि हमारे युवाओं में नैतिक मूल्यों की भावना अभी भी बची हुई है। लतीफ की ईमानदारी ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है और मुझे विश्वास है कि यह घटना समाज के अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

आज के भौतिकवादी युग में, जहाँ लोग अक्सर स्वार्थ और लालच से प्रेरित होते हैं, लतीफ का यह कार्य अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने आसानी से पैसे लेकर चले जा सकते थे, लेकिन उन्होंने ईमानदारी का मार्ग चुना।

लतीफ की ईमानदारी न केवल उनके परिवार के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणादायी है।

मैं आपके माध्यम से लतीफ को उनकी ईमानदारी के लिए बधाई देना चाहता हूँ और साथ ही साथ आशा करता हूँ कि ऐसे ईमानदार और नैतिक मूल्यों वाले युवा हमारे समाज में बढ़ते रहेंगे।

भवदीय,

[आपका नाम)

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