Answer :
### विद्यार्थी का नाम: [आपका नाम]
### कक्षा: [आपकी कक्षा]
### वर्ग: [आपका वर्ग]
### अनुक्रमांक: [आपका अनुक्रमांक]
### विद्यालय का नाम: [आपके विद्यालय का नाम]
### विद्यालय का प्रतीक चिह्न (लोगो): [यहाँ विद्यालय का लोगो लगाएँ]
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## आभार ज्ञापन
इस परियोजना को सफलतापूर्वक पूर्ण करने में मुझे जिन व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त हुआ, मैं उनके प्रति आभार व्यक्त करना चाहूँगा। विशेष रूप से मैं अपने शिक्षक/शिक्षिका [शिक्षक/शिक्षिका का नाम] का धन्यवाद करना चाहूँगा, जिनके मार्गदर्शन और प्रेरणा से मैंने यह परियोजना पूर्ण की। इसके अतिरिक्त, मैं अपने परिवार और मित्रों का भी आभारी हूँ जिन्होंने हर कदम पर मेरा साथ दिया।
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## प्रमाण-पत्र
यह प्रमाणित किया जाता है कि [विद्यार्थी का नाम], कक्षा [कक्षा] के विद्यार्थी ने "मेघालय प्रांत की सांस्कृतिक समृद्धि" विषय पर यह परियोजना कार्य प्रस्तुत किया है। इस परियोजना में दी गई सभी जानकारी और तथ्य विद्यार्थीय द्वारा सत्यापन के बाद प्रस्तुत किए गए हैं।
[शिक्षक/शिक्षिका का नाम]
[विद्यालय का नाम]
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## अनुक्रमणिका
1. भूमिका/प्रस्तावना
2. मेघालय का परिचय
3. खान-पान
4. लोकनृत्य
5. लोकगीत
6. वेशभूषा
7. भाषा-बोली
8. पर्व-त्योहार
9. दर्शनीय स्थल
10. संदर्भ- ग्रंथ
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## भूमिका/प्रस्तावना
मेघालय, जिसे "बादलों का निवास" भी कहा जाता है, भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र का एक प्रमुख राज्य है। यह प्रांत अपने प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और विविधता के लिए जाना जाता है। इस परियोजना में मेघालय की सांस्कृतिक समृद्धि का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया है, जिसमें खान-पान, लोकनृत्य, लोकगीत, वेशभूषा, भाषा-बोली, पर्व-त्योहार, और दर्शनीय स्थल शामिल हैं।
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## मेघालय का परिचय
मेघालय भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित एक सुंदर और छोटा राज्य है। यह प्रांत अपने हरे-भरे जंगलों, झरनों, और पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध है। इसका गठन 21 जनवरी 1972 को हुआ था। मेघालय का शाब्दिक अर्थ है "बादलों का घर"। इसकी राजधानी शिलांग है।
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## खान-पान
मेघालय का पारंपरिक भोजन बहुत ही विविध और स्वादिष्ट होता है। यहाँ के लोग चावल, मांस, मछली, और सब्जियों का सेवन अधिक करते हैं। कुछ प्रसिद्ध व्यंजन निम्नलिखित हैं:
1. **जादोह**: चावल और मांस का मिश्रण।
2. **नकम बीछी**: सूखी मछली और बीन्स की करी।
3. **तूहर**: बांस की टहनी से बनी सब्जी।
4. **मौडलिन**: एक प्रकार का सूप।
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## लोकनृत्य
मेघालय के लोकनृत्य उनके पारंपरिक जीवन और संस्कृति को दर्शाते हैं। कुछ प्रमुख लोकनृत्य निम्नलिखित हैं:
1. **शाद सुक मिनसीम**: यह खासी जनजाति का एक प्रमुख नृत्य है।
2. **वांगला**: गारो जनजाति का प्रसिद्ध नृत्य।
3. **लाहो**: जैन्तिया जनजाति का एक प्रमुख नृत्य है, जो सामाजिक समारोहों में किया जाता है।
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## लोकगीत
मेघालय के लोकगीत उनकी संस्कृति और परंपराओं को बयाँ करते हैं। यहाँ के लोग अपने लोकगीतों में प्राकृतिक सौंदर्य, प्रेम, और जीवन के विभिन्न पहलुओं का वर्णन करते हैं।
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## वेशभूषा
मेघालय की वेशभूषा विविध और रंगीन होती है। खासी, गारो और जैन्तिया जनजातियों की वेशभूषा में भिन्नता होती है:
1. **खासी**: खासी पुरुष ज्यादातर धोती पहनते हैं और महिलाएं 'जैंशेम' और 'तुकबलेई' पहनती हैं।
2. **गारो**: गारो पुरुष 'दोकोमोंडा' पहनते हैं जबकि महिलाएं 'जिंझामांगा' पहनती हैं।
3. **जैन्तिया**: जैन्तिया पुरुष 'साया' और महिलाएं 'थोहोरो' पहनती हैं।
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## भाषा-बोली
मेघालय में मुख्यत: तीन भाषाएँ बोली जाती हैं: खासी, गारो, और जैन्तिया। इसके अतिरिक्त, अंग्रेजी भी यहाँ की आधिकारिक भाषा है।
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## पर्व-त्योहार
मेघालय के प्रमुख त्योहारों में शामिल हैं:
1. **शाद सुक मिनसीम**: खासी जनजाति का प्रमुख त्योहार।
2. **वांगला**: गारो जनजाति का फसल कटाई का त्योहार।
3. **बहदेनखलम**: जैन्तिया जनजाति का प्रमुख त्योहार।
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## दर्शनीय स्थल
मेघालय के प्रमुख दर्शनीय स्थल निम्नलिखित हैं:
1. **शिलांग पीक**: शिलांग का सबसे ऊँचा स्थान।
2. **चेरापूंजी**: दुनिया के सबसे गीले स्थानों में से एक।
3. **नोहकलिकाई जलप्रपात**: भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात।
4. **मावलीननोंग**: एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव।
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## संदर्भ- ग्रंथ
1. मेघालय पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट
2. विभिन्न शोध पत्र और लेख
3. स्थानीय लोगों से साक्षात्कार
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चित्रों और अधिक विवरण के साथ यह परियोजना कार्य मेघालय की सांस्कृतिक समृद्धि को प्रस्तुत करता है। आशा है कि यह विवरणिका आपको मेघालय की संस्कृति के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगी।