Answer :
Explanation:
ल्हासा, तिब्बत की राजधानी, एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र है। यहां की भौगोलिक स्थिति, रोजगार के स्रोत, धार्मिक विश्वास और वेशभूषा इस शहर को विशेष बनाती हैं।
भौगोलिक स्थिति:
ल्हासा हिमालय की गोद में स्थित है, और इसका अधिकांश भाग 11,500 फीट से ऊंचाई पर स्थित है। यह तिब्बती पठानी के उत्तर-पश्चिमी कोने में है, और यहां का मौसम ठंडा और शुष्क होता है। ल्हासा नदी ब्रह्मपुत्र के उपजाऊ तट पर स्थित है और यहां की परिसर में खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य हैं।
# रोजगार:
ल्हासा का अधिकांश जनसंख्या कृषि, गोवंश, और भंडारण के लिए आधारित है। यहां के लोग धार्मिक और भौगोलिक कारणों से शिकारी, बाघचास, और गुरूद्वारे में काम करते हैं। शहर में पर्यटन और व्यापार भी महत्वपूर्ण रोजगार के स्रोत हैं।
धार्मिक विश्वास:
ल्हासा तिब्बती बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र है। यहां पर बहुत सारे बौद्ध मंदिर और ध्यान केंद्र हैं, जिन्हें लोग ध्यान और आध्यात्मिक साधना के लिए आते हैं। कालचक्र विहार, नोरबुलिंका, और पोटाला पैलेस जैसे धार्मिक स्थल लोकप्रिय आतिथ्य स्थल हैं।
वेशभूषा:
ल्हासा में लोग तिब्बती वेशभूषा में विशेष रूप से विश्वसनीय होते हैं। पुरुषों के लिए गौंचे (कॉटन जाकेट), गोआ (लंबा कोट), और धार्मिक झोला पुरुषों के लिए साधुओं और बौद्ध महंतों द्वारा पहने जाते हैं।